भारतीय संविधान एवं संविधान का निर्माण| Indian Constitution and Construction of the Indian .
भारतीय संविधान एवं संविधान का निर्माण Indian Constitution and Construction of the Indian .
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नमस्कार दोस्तों मै अनिल बहुगुणा आपके सामने
भारतीय संविधान एवं संविधान का निर्माण Indian Constitution and Construction of the Indian .
की विशेष परीक्षा उपयोगी जानकारी आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ उम्मीद है कि आप को पसंद आएगी यह सभी प्रशन परीक्षा में आये तो कृपया सभी बिंदु को धयान पूर्वक पढ़ने की तथा अच्छे से उसे याद करने की कोशिस करें यह १०० % आगामी परीक्षाओं में आपकी सहायता भी करेगी जो इस प्रकार है।
भारतीय संविधान एवं संविधान का निर्माण Indian Constitution and Construction of the Indian .
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भारतीय संविधान एवं संविधान का निर्माण Indian Constitution and Construction of the Indian |
भारतीय संविधान के निर्माण की शुरुआत सर्वप्रथम स्वराज्य पार्टी द्वारा 1924 में संविधान सभा के निर्माण के मांग से हुई। इस मांग को कांग्रेस के फैजपुर (बंगाल) अधिवेशन में 1937 में स्वीकार किया गया। तथा संविधान सभा की मांग पर क्रिप्स योजना के माध्यम से ब्रिटेन सरकार द्वारा पहली बार आधिकारिक रूप से 1942 को स्वीकार किया गया। तथा संविधान निर्माण करने वाली सभा का गठन कैबिनेट मिशन योजना 1946 के अंतर्गत किया गया।
कैबिनेट मिशन योजना के अनुसार संविधान सभा के चुनाव हुए जिसमें संविधान सभा के सदस्यों की कुल संख्या 389 थी जो इस प्रकार बांटी गई थी।
ब्रिटिश प्रतिनिधि- 292
चीफ कमिश्नरी- 4
देसी रियासतें- 93
चुनाव परिणाम
कांग्रेस- 208
मुस्लिम लीग- 73
निर्दलीय- 15
तथा 2 सितंबर 1946 को जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन हुआ इसमें मुस्लिम लीग शामिल नहीं हुई।
चुनाव के बाद संविधान सभा का प्रथम अधिवेशन 9 दिसंबर 1946नई दिल्ली स्थित कौशिक चेंबर के पुस्तकालय भवन में हुई जिसमें लीग के प्रतिनिधि शामिल नहीं हुए कुल उपस्थित सदस्य 207 थे। इस अधिवेशन मैं सभा के वरिष्ठ एवं सदस्य डॉ सच्चिदानंद सिन्हा को सभा का अस्थाई अध्यक्ष और एचसी मुखर्जी को उपाध्यक्ष चुना गया ।
11 दिसंबर 1946 को डॉ राजेंद्र प्रसाद को सर्वसम्मति से सभा का स्थाई अध्यक्ष तथा बी एन राव को संवैधानिक सलाहकार बनाया गया।
13 दिसंबर 1946 को जवाहरलाल नेहरू ने उद्देश्य प्रस्ताव पेश किया जो 22 जनवरी 1947 को स्वीकृत किया गया।
13 दिसंबर 1946 को जवाहरलाल नेहरू ने उद्देश्य प्रस्ताव पेश किया जो 22 जनवरी 1947 को स्वीकृत किया गया।
उद्देश्य प्रस्ताव की स्वीकृति के बाद अनेक समितियां बनाई गई जो दो वर्गों में विभाजित की गई।
1- प्रक्रिया संबंधित समितियों- प्रक्रिया नियम समिति, हिंदी उर्दू अनुवाद समिति, सभा समिति, अधिकार समिति, परिचालन समिति आदि ।
2- विषय संबंधित समितियां- संघ शक्ति समिति, संघीय संविधान समिति, मूल अधिकार समिति, अल्पसंख्यक समिति, झंडा समिति, प्रारूप समिति आदि।
बी एन राव द्वारा तैयार किए गए संविधान के प्रारूप पर विचार विमर्श करने के लिए 29 अगस्त 1947 ईस्वी को संकल्प पारित करके डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में प्रारूप समिति का गठन किया गया इसमें 7 सदस्य थे।
प्रारूप समिति ने संविधान का प्रारूप संविधान सभा के समक्ष 21 फरवरी 1948 को रखा तब इसमें 315 अनुच्छेद 8 अनुसूचियां थी।
बहुत ही टिप्पणियों और आलोचनाओं के बाद पुनः 26 अक्टूबर 1948 को प्रारूप समिति द्वारा प्रारूप संविधान सभा के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
संविधान सभा में इस प्रारूप पर तीन वाचन हुए ।
प्रथम वाचन- 4 नवंबर 1948 से 9 नवंबर 1948 तक चला।
दूसरा वाचन- 15 नवंबर 1948 से 17 अक्टूबर 1949 तक चला-
इस वाचन में कुछ प्रमुख बात यह थी कि इसमें 7635 संशोधन प्रस्तुत किए गए जिसमें से 2437 को स्वीकार कर लिया गया।
तीसरा वाचन 14 से 26 नवंबर 1949 तक चला।
इसलिए भारतीय संविधान को बनाने में लगा था लंबा समय
इसलिए भारतीय संविधान को बनाने में लगा था लंबा समय
भारतीय संविधान का निर्माण किसने किया तथा भारतीय संविधान का निर्माण कब हुआ?
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने सभा द्वारा निर्मित संविधान को पारित करने का प्रस्ताव रखा तथा 26 नवंबर 1949 को यह प्रस्ताव पारित हुआ तथा इसी दिन संविधान सभा द्वारा संविधान को अंगीकार भी कर लिया गया इस समय वहां 284 सहस्यों ने संविधान पर हस्ताक्षर किए जिसमें 8 महिलाएं भी शामिल थी।
इस प्रकार भारतीय संविधान का निर्माण कार्य पूरा हुआ जिसमें 2 वर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा तथा संविधान के प्रारूप पर कुल 114 दिन बहस हुई 63,96,729 रुपए कुल व्यय हुए।
भारतीय संविधान की अंगीकृत होने की तिथि 26 नवंबर 1949 है। इस संविधान में कुल 395 अनुच्छेद अनुसूचियां वह 22 भाग थे। तथा संविधान सभा की अंतिम बैठक 24 जनवरी 1950 को हुई जोकि 12 वीं बैठक थी।
सभी सदस्यों के अंतिम रूप से हस्ताक्षर के बाद भारतीय संविधान पूर्ण रूप से 26 जनवरी 1950 को लागू हो गया।
भारतीय संविधान की विशेषता
- भारतीय संविधान का संक्षिप्त नाम कौन से अनुच्छेद में दिया गया है- 393
- भारतीय संविधान का संक्षिप्त नाम क्या है- भारत का संविधान
- भारतीय संविधान के अंगीकार होने से पहले कितने अनुच्छेद पहले ही लागू हो गए थे - 16 अनुच्छेद।
- वर्तमान में भारतीय संविधान में कुल कितने भाग हैं- 22 भाग 395// 448 अनुच्छेद 12 अनुसूचियां हैं।
- भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है।
- भारतीय संविधान में संघात्मक और एकात्मक दोनों प्रकार के गुण पाए जाते हैं ।
- भारत का संविधान कठोर एवं लचीला संविधान है।
- भारत के संविधान में समस्त शक्तियां जनता को प्राप्त की गई है।
भारत का संवैधानिक विकास का इतिहास–Constitutional Development of India👉 ...1947 ई० का भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम.....
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धन्यवाद
भारतीय संविधान एवं संविधान का निर्माण| Indian Constitution and Construction of the Indian .
Reviewed by Abgkguru
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नवंबर 27, 2019
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